Saturday

रोट बोट का रोज़ा

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कुछ जगहों पर रजब की 17 तारीख को रोज़ा रखते हैं और उसे रोट बोट का रोज़ा कहते हैं खास तौर से इस दिन रोज़ा रखने का शरीअते के इस्लामिया में कोई हुक़्म नहीं । नफ़्ल रोज़ा साल में ममनूअ दिनों को छोड़ कर कभी भी रखा जा सकता है । 17 रजब को रोज़े के लिए मखसूस करके उसे रोट बोट का रोज़ा कहना मखसूस वज़न की छोटी बड़ी दो रोटियां और बोटियां पकाना ,छोटी फातिहा पढ़ने वाले को और बड़ी रोज़ेदार को खिलाना बे अस्ल और गढ़ी हुई बातें है

( गलत फहमियां और उनकी इस्लाह, पेज 72)

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