छींक आ जाये तो बदशगुन मानना
⏬⏬⏬⏬⏬⏬⏬⏬कुछ जगहों पर बाज़ हमारे अनपढ़ मुसलमान भाई छींक आने को बुरा जानते हैं और उससे बदशगुनी लेते हैं हालांकि छींक आना इस्लाम में अच्छी बात है और छींक अल्लाह तअाला को पसन्द है। लिहाज़ा जिसको छींक आये, वह अल्लाह तआला का शुक्र करे। हदीस शरीफ में है, हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम फरमाते हैं :-
बेशक अल्लाह तआला छींक को पसन्द और जमाही का
नापसन्द फ़रमाता है तो जिसको छींक आये वह "अल्हम्दु लिल्लाह" कहे और जो दूसरा शख्स उसको सुने वह जवाब दे (यानी ‘यरहमुकल्लाह' कहे) और जमाही शैतान की तरफ से है इसका जहाँ तक बस चले न आने दे और जमाही में जो मुंह से आवाज़ निकलती है, उसको सुन कर शैतान हँसता है। (बुखारी जिल्द 1, सफा 919)
(गलत फहमियां और उनकी इस्लाह, पेज 175)
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